Sunday 7 May 2017

Hindi Rhymes

हिन्दी रिम्स - आलू कचालू 













आलू कचालू बेटा कहाँ गये थे ?
बन्दरकी झोपडीमें सो रहे थे.

बांधारणे लात मारा रो रहे थे,
मम्मीने प्यार किया हंस रहे थे. 


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